503 अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा विभाग-एजेंसी के खिलाफ खोला मोर्चा:वेतन भुगतान नहीं होने से हैं नाराज, 4 दिन का दिया अल्टीमेटम

503 अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा विभाग-एजेंसी के खिलाफ खोला मोर्चा:वेतन भुगतान नहीं होने से हैं नाराज, 4 दिन का दिया अल्टीमेटम

Published at : 2024-09-03 15:25:36
मोतिहारी के सरकारी स्कूल में कार्यरत 503 अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा विभाग और बहाल करने वाली एजेंसी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। अगर सरकार और एजेंसी उन लोगों का पूरा भुगतान नहीं करती है तो चरणबद्ध आंदोलकर करने को तैयार हैं। इसकी जानकारी देते हुए अतिथि शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि 2023 में बिहार सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर शिक्षा विभाग में अतिथि शिक्षकों की बहाली की गई थी। लेकिन मात्र 6 महीने ही हम लोगों से कार्य करने के उपरांत सेवा से मुक्त कर दिया गया। लेकिन आज तक हम लोगों द्वारा किए गए कार्य का भुगतान नहीं किया गया है। जिसके कारण अतिथि शिक्षक दर-दर भटकने को मजबूर हैं। बताया कि केवल पूर्वी चंपारण में 503 अतिथि शिक्षक की बहाली हुई थी, लेकिन विभाग के द्वारा पैसे नहीं होने का बहाना बनाया गया। वहीं अतिथि शिक्षकों ने अपने सदस्यों को बुलाकर कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द वेतन का भुगतान नहीं करती है तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। अतिथि शिक्षकों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि पूर्वी चंपारण में 2 करोड़ 36 लाख 57 हजार 884 रुपया बिना उपयोगिता प्रमाण पत्र के ही शिक्षा विभाग ने कंसल्टेंसी कंपनी को दे दिया। लेकिन कंपनी ने हम सभी अतिथि शिक्षकों को वेतन नहीं दिया। लगातार पटना से लेकर जिला कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। अभी तक वेतन भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके कारण हम सभी भटकने को मजबूर हैं। चार दिन का दिया समय जिला अतिथि शिक्षक संगठन के अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि लगातार अतिथि शिक्षकों की बहाली और वेतन भुगतान में बड़ा घोटाला हुआ है। बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं है। हम लोग आवाज बुलंद करते हैं। लेकिन हमारी भी कोई सुनने वाला नहीं है। सरकार बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली कर रही है। लेकिन हम पुराने अतिथि शिक्षक जिनको सरकार ने बहाल किया था उसकी अनदेखी कर रही है। अगर चार दिन के अंदर हम लोगों का वेतन भुगतान नहीं हुआ तो सभी सरकारी कार्यालयों का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।