
भाषा के अंधेरे-उजाले में विनोद कुमार शुक्ल, पढ़ें मनोज मोहन का लेख
Published at : 2025-03-24 00:31:00
Vinod Kumar Shukla : छत्तीसगढ़ के रहने वाले 88 वर्षीय शुक्ल जी ने पुरस्कार के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया अपने खास लेखकीय अंदाज में ही दिया, 'मुझे लिखना बहुत था, बहुत कम लिख पाया. मैंने देखा बहुत, सुना भी मैंने बहुत, महसूस भी किया बहुत, लेकिन लिखने में थोड़ा ही लिखा. कितना कुछ लिखना बाकी है, जब सोचता हूं, तो लगता है बहुत बाकी है.The post भाषा के अंधेरे-उजाले में विनोद कुमार शुक्ल, पढ़ें मनोज मोहन का लेख appeared first on Prabhat Khabar.