पाकिस्तान में इस खतरनाक बीमारी से होती है सबसे ज्यादा लोगों की मौत, ये हैं आंकड़े

पाकिस्तान में इस खतरनाक बीमारी से होती है सबसे ज्यादा लोगों की मौत, ये हैं आंकड़े

Published at : 2025-05-15 06:16:28
Heart Disease in Pakistan: जब हम किसी देश के बारे में सोचते हैं, तो अक्सर वहां की राजनीति, क्रिकेट टीम या सामाजिक हालात जहन में आते हैं. लेकिन एक ऐसी चीज है जो सरहद नहीं देखती, मजहब नहीं पहचानती और किसी भी इंसान को चुपचाप अपना शिकार बना सकती है. दरअसल पाकिस्तान में एक ऐसी जानलेवा बीमारी के बारे में पता चला है, जो हर साल हजारों जिंदगियों को अपनी चपेट में ले लेती हैं. लेकिन इसके बारे में बातचीत बहुत कम होती है. इसलिए आज हम बात करेंगे पाकिस्तान में मौत का सबसे बड़ा कारण बनने वाली बीमारी और उससे जुड़े चौंकाने वाले आंकड़ों के बारे में...जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मौतों की वजह बन रही है, (दिल की बीमारी) इस बीमारी की वजह पाकिस्तान में बहुत लोगों की मौत हो रही है. यह बीमारी धीरे-धीरे लोगों के जीवन को खा रही है और सबसे खतरनाक बात यह है कि, यह अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, 30 से 40 साल के युवा भी इसका शिकार बन रहे हैं. ये भी पढ़े- दिमाग को कंप्यूटर जैसा तेज करने के लिए घी के साथ मिलाकर खाएं लौंग, इन बीमारियों से भी मिलेगा छुटकारामरने वालों के आंकड़े क्या है? विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, पाकिस्तान में सालाना करीब 4 लाख लोगों की मौत हृदय रोगों की वजह से होती है. दिल की बीमारी, कैंसर और सांस संबंधी रोगों से कहीं ज्यादा जानलेवा साबित हो रही है. शहरी इलाकों में जंक फूड, तनाव और गलत जीवनशैली इसकी सबसे बड़ी वजह हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में समय पर इलाज न मिल पाना मुख्य समस्या है. पाकिस्तान में क्यों बढ़ रही है ये बीमारी?अधिक तले-भुने खाने, मीठे ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन लगातार बढ़ रहा है. काम का बोझ, बेरोजगारी और राजनीतिक अस्थिरता मानसिक तनाव को बढ़ाते हैं, जो सीधे दिल पर असर डालता है. टेक्नोलॉजी के चलते लोग अब कम चलते-फिरते हैं. फिज़िकल एक्टिविटी में भारी गिरावट आई है. पाकिस्तान में युवाओं में धूम्रपान की आदत बहुत आम है, जो दिल की सेहत के लिए जहर साबित हो रही है. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने की वजह से कई बार बीमारी का पता देर से लगता है. इस बीमारी से बचने का समाधान क्या है?संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव को कम करने की कोशिश करनी होगी. हर साल हेल्थ चेकअप कराना जरूरी होता है. ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में हेल्थ एजुकेशन फैलाना जरूरी है. सोशल मीडिया के जरिए दिल की बीमारियों से जुड़ी जानकारी देना महत्वपूर्ण है. यह भी पढ़ें : पूरी तरह शुगर छोड़ने के फायदे तो जान गए होंगे, अब जान लीजिए क्या है इसके नुकसानDisclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.