यूं ही लाफ्टर को नहीं कहते बेस्ट मेडिसिन, वैज्ञानिकों ने भी माना कि हंसने से दुरुस्त रहता है दिल

यूं ही लाफ्टर को नहीं कहते बेस्ट मेडिसिन, वैज्ञानिकों ने भी माना कि हंसने से दुरुस्त रहता है दिल

Published at : 2024-09-03 00:54:24
Heart Health : लाफ्टर को बेस्ट मेडिसिन माना जाता है. असल जिंदगी में आप जितना खिलखिलाएंगे, उतना ही आपका दिल दुरुस्त और हेल्दी रहेगा. ऐसा एक स्टडी में सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि खुलकर हंसना किसी दवा से कम नहीं है. इससे बड़ी-बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं चुटकियों में दूर हो जाती है.हाल ही में आई इस स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया कि हंसने से दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम रहता है और हार्ट हेल्दी (Healthy Heart) बना रहता है. खुलकर हंसना कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे हार्ट का फंक्शन अच्छा होता है.क्या कहती है रिसर्च64 साल की उम्र के 26 लोगों पर शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया. इन पार्टिसिपेंट्स को को दो ग्रुप में बांटा गया. सभी पार्टिसिपेंट्स कोरोनरी आर्टरी डिजीज के मरीज थे. उन पर 12 हफ्तों तक रिसर्च चला. एक ग्रुप ने 12 हफ्ते यानी तीन महीने तक कॉमेडी शो देखा और दूसरे ग्रुप ने इतने ही समय तक एक सीरियस डॉक्यूमेंट्री देखी.इसके बाद पाया गया कि कॉमेडी शो देखने वाले मरीजों के हंसने से उनके हार्ट का फंक्शन काफी अच्छा हुआ है. डॉक्यूमेंटरी देखने वालों की तुलना में उनका कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन 10 प्रतिशत तक बढ़ गया था. शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई भी कॉमेडी शो देखने वाले ग्रुप में ज्यादा मिली.क्या कहते हैं रिसर्चरइस रिसर्च टीम का हिस्सा रहे ब्राजील के डी क्लीनिकास डी पोर्टो एलेग्री हॉस्पटल के प्रो. सैफी ने बताया कि अस्पतालों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के मरीज अक्सर आते रहते हैं. उनमें सूजन और बायोमार्कर पाए जाते हैं. उनकी आर्टरीज में प्लाक जम जाता है, जो बाद में हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बन सकता है.ऐसे में अगर अस्पतालों में मरीजों को कॉमेडी शो दिखाने के साथ लाफ्टर थेरेपी या खुश रहने के दूसरे तरीके समझाए जाए या इस्तेमाल में लाए जाए तो काफी हद तक सुधार देखने को मिलेगा. क्योंकि खुश रहना या फिर खुलकर हंसने से हार्ट की सेहत काफी अच्छी होती है. इसलिए हर किसी को मरीज के साथ बैठकर उससे खुलकर हंसने वाली या इस तरह की बातें करनी चाहिए.Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.Full Body Checkup: क्य किसी भी काम का नहीं होता है फुल बॉडी चेकअप, रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा