बड़गांव सैटेलाइट हॉस्पिटल:समर्थन में आए लोग, सोशल मीडिया पर विरोध, सीएमएचओ बोले- शिकायतें मिल रही थीं
Published at : 2025-11-29 00:11:16
बड़गांव सैटेलाइट हॉस्पिटल के चर्चित डॉक्टर अशोक शर्मा को चिकित्सा विभाग ने शुक्रवार को एपीओ कर दिया। उन्हें तुरंत प्रभाव से जयपुर मुख्यालय में उपस्थित देने को कहा गया है। यह कार्रवाई भाजपा कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद की गई है। उनपर कांग्रेसी विचारधारा का होने के आरोप लगाए गए थे। एपीओ होने के बाद भी शर्मा शुक्रवार को हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुझे क्यों और किस गलती से हटाया पता नहीं पता। इसी बीच उनके कई भावुक कर देने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। एक वीडिया में वह मरीजों से कह रहे हैं कि मेरा एपीओ का ऑर्डर आ गया है, अब मैं जयपुर जा रहा हूं। मैं सोमवार तक यहां हूं। जो भी मरीज मुझसे नियमित उपचार करा रहे हैं वे आ जाएं। अगर जरूरत पड़ी तो सप्ताह में 1 दिन आकर बड़गांव की सड़कों पर बैठकर इलाज करूंगा। ओपीडी में मौजूद कई मरीज रोते हुए उनसे इलाज कराने पहुंचे। एक बच्ची तो डॉ. शर्मा से लिपटकर रोने लगी। उधर, सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य का कहना है कि डॉ. शर्मा के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने और समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंचने जैसी शिकायतें मिल रही थीं। बता दें कि डॉ. शर्मा क्षेत्र में समर्पित सेवाओं के लिए जाने जाते हैं। वे वर्ष-2022 में तब चर्चा में आए थे जब किसान आंदोलन में सेवा के लिए नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने हरियाणा-यूपी में 90 दिनों रहकर किसानों का इलाज किया था। भावुक हुए डॉ. शर्मा, बोले- अपनी नहीं, गरीबों की चिंता डॉ. अशोक शर्मा साल 2007 से बड़गांव सेटेलाइट अस्पताल में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कोविड महामारी में 5 हजार रोगियों का इलाज किया। मैं निर्धारित समय से भी एक घंटे पहले अस्पताल आकर मरीजों का इलाज करना शुरू कर देता हूं। अनियमितता व ड्यूटी में लापरवाही का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। डॉÑ. शर्मा ने कहा मैं किसी भी राजनीतिक विचारधारा का नहीं हूं। मेरे खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई हैं। डॉ. अशोक शर्मा भावुक होकर बोले- गरीबों का नुकसान होगा। मुझे जाने का दुख नहीं है। मेरी तनख्वाह तो वही है और बाद में प्रमोशन मिल जाएगा। बस ऐसे मरीज देखने को नहीं मिलेंगे। डॉक्टर ने कहा- नेता, एमएलए पावरफुल लोग हैं। हम कहीं और जगह बैठेंगे। नौकरी से इस्तीफा देंगे। ये अफसर बड़े अधिकारियों को गुमराह करते हैं। नेताओं को तो पता भी नहीं पड़ता। भाजपा की शिकायत- शर्मा कांग्रेस समर्थित हुआ यह है कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा पदाधिकारियों से कहा कि डॉ. अशोक शर्मा किसान आंदोलन में किसानों के इलाज के लिए गए थे और ये कांग्रेसी व वामपंथी विचारधारा के हैं। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई कि डॉ. शर्मा ड्यूटी के लापरवाह हैं। समय पर ना अस्पताल आते हैं, ना मरीजों को अच्छे-से इलाज करते हैं। दूसरे डॉक्टरों के साथ भेदभाव करते हैं। शहर भाजपा ने एकजुट होकर इसकी शिकायत चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से कर दी, जिन्होंने शिकायत आगे बढ़ा दी तो अधिकारियों ने आनन-फानन में ही डॉ. शर्मा को एपीओ करने के लिए उनके खिलाफ दर्ज शिकायत की जांच कराने के लिए कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने भी डॉ. शर्मा को प्रारंभिक जांच में दोषी बता दिया। इस आधार पर उन्हें एपीओ कर दिया।