
म्यूचुअल फंड एजेंट बनने का है मन? जान लें कितनी होगी कमाई, क्या-क्या करना होगा
Published at : 2025-11-30 00:01:07
भारत में म्यूचुअल फंड एजेंट बनने के लिए NISM का सर्टिफिकेट, AMFI से ARN नंबर और KYD वेरिफिकेशन जरूरी होता है. इसके बाद एजेंट अलग अलग एसेट मैनेजमेंट कंपनियों से जुडकर उनकी स्कीम बेच सकते हैं. यह काम फ्रीलांस की तरह किया जा सकता है और इसमें समय की आजादी और लंबी अवधि में स्थिर कमाई दोनों मिलती हैं. म्यूचुअल फंड एजेंट की कमाई ट्रेल कमीशन से होती है जो क्लाइंट के निवेश पर हर महीने या हर तिमाही मिलती है. शुरुआत में आमदनी कम होती है लेकिन जैसे जैसे AUM बढ़ता है, कमाई कई गुना बढ़ने लगती है.